11 Mar 2020

वो बॉलीवुड फिल्में जिनमें होली सीक्वेंस में आया सबसे बड़ा ट्विस्ट


रंगों का त्योहार होली आ चुका है और इस जश्न को मनाने में देशभर लगा हुआ है. बॉलीवुड में होली के त्योहार का अपना महत्व है. जहां स्टार्स को इस दिन से प्यार है तो वहीं फिल्मकारों को भी अपनी फिल्मों में होली सीन्स दिखाने पसंद हैं.

होली के सीक्वेंस दिखाने का दौर 1950 के आसपास शुरू हुआ था. इसके बाद तो फिल्मों में होली दिखाना मानो एक रिवाज हो गया. होली सीन्स और गाने हिट होने लगे तो कुछ डायरेक्टर्स ने इन्हें फिल्मों का टर्निंग पॉइंट बना दिया. आइए आपको बताते हैं ऐसे ही आइकॉनिक होली सीन्स के बारे में जिनके बाद फिल्मों में आया ट्विस्ट:

दामिनी

फिल्मों के सबसे दर्दनाक होली सीक्वेंस में से एक था फिल्म दामिनी का. इसमें ऋषि कपूर के किरदार और उनकी पत्नी को पता चलता है कि कैसे उनके भाई और कुछ दूसरे लड़कों ने उनकी नौकरानी का शोषण किया था. ये फिल्म का बहुत अहम हिस्सा था.


जॉली एलएलबी 2

अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी 2 में होली के गाने गो पागल के ठीक बाद ही हिना आकर जॉली पर उसे ठगने का इल्जाम लगाती है. हिना, जगदीश को ललकारती है और उसे सच के लिए लड़ने का चैलेंज देती है. इसके बाद जॉली के साथ कुछ ऐसा होता है, जिसकी वजह से वो किसी भी हाल में हिना का केस लड़ने का फैसला करता है.


ये जवानी है दीवानी

बलम पिचकारी गाने से हम सभी को प्यार है. फिल्म में इस गाने के बाद नैना को समझ आता है कि वो अपने प्यार के बावजूद बनी को बांध कर नहीं रख सकती और उसे बिना अपनी फीलिंग्स बताकर जाने देती है.


गोलियों की रासलीला: राम लीला

संजय लीला भंसाली की इस मॉडर्न रोमियो जूलिएट फिल्म में राम और लीला की पहली मुलाकात होली के समय होती है. यहीं से राम और लीला की प्रेम कहानी शुरू होती है और सामने आती है एकदम जबरदस्त प्रेम कहानी.


मोहब्बतें

शाहरुख खान की फिल्म मोहब्बतें में राज, नारायण शंकर से गुरुकुल में पहली बार होली खेलने की इजाजत मांगता है. यूं तो नारायण उसे मना कर देते हैं लेकिन वे स्टूडेंट्स को गुरुकुल से बाहर होली खेलने की इजाजत दे देते हैं. इस सीक्वेंस का बेस्ट पार्ट था राज का नारायण शंकर को तिलक लगाना और नारायण का उससे तिलक लगवा कर त्योहार को मनाना.


डर

फिल्म में होली के गाने के बाद ही शाहरुख खान का किरदार जूही चावला के किरदार किरण के पास जाता है और उसके लिए अपने जुनूनी प्यार के बारे में बताता है.


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सौदागर

फिल्म सौदागर में होली का मतलब था दिलीप कुमार और राज कुमार के बीच चल रहे 14 साल के झगड़े का अंत. जहां दिलीप कुमार का किरदार राज कुमार से उसे रंग ना लगाने को कहता है वहीं राज का किरदार कहता है कि उसे गुलाल लगाने का हक है.


शोले

ठाकुर के हाथ ना होना, जय और वीरू की अपनी-अपनी प्रेम कहानियों की शुरुआत होना, ये सब फिल्म शोले के होली सीक्वेंस में देखने को मिला था. ये सभी बातें फिल्म में बहुत जरूरी थीं.

Source - Aaj Tak 

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