स्वर कोकिला आशा भोसले का नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है. उन्होंने कई सदाबहार गाने जैसे, लेके पहला पहला प्यार, अभी न जाओ छोड़कर, उड़ जब जब जुल्फे तेरी, कजरा मोहब्बत वाला, दो लफ्जो की है दिल की कहानी गाए हैं. आशा को निजी जीवन में बहुत परेशानियों को सामना करना पड़ा था. आज का दिन आशा भोसले के लिए बहुत खास होता है. 7 सितंबर को उनका जन्म हुआ था. इस खास मौके पर आशा भोसले की जिंदगी से जुड़े पहलुओं पर नजर डालते हैं.
आशा भोसले ने 10 साल की उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था. वह मशहूर थिएटर एक्टर और क्लासिकल सिंगर 'दीनानाथ मंगेशकर' की बेटी और स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर की छोटी बहन हैं.
उनकी जिंदगी तब पूरी तरह बदल गई जब उन्होंने लता के सचिव गणपत राव से शादी करने का फैसला किया था. उस समय उनकी उम्र महज 16 साल थी. वहीं, गणपत राव 31 साल के थे.
जब आशा के घरवालों ने उनके रिश्ते का विरोध किया तो वह गणपत राव से शादी करने के लिए अपना घर तक छोड़ दिया था. बड़ी बहन लता मंगेशकर को को ये एकदम पसंद नहीं था कि आशा उनके सचिव से शादी करें. वे नाराज भी हो गई थीं, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी बहन का साथ दिया.
हालांकि दोनों की शादी कामयाब नहीं हो पाई. आशा फिर से अपने परिवार में लौटीं और संगीत की दुनिया में जगह बनाने के लिए कोशिशों में जुट गईं. तब तक वो तीन बच्चों की मां बन गई थीं.
50-60 के दशक में गीता दत्त, शमशाद बेगम और लता मंगेशकर के रहते हुए आशा को अपनी जगह बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
ऐसे में आशा ने सेकेंड और थर्ड ग्रेड की फिल्मों के लिए गाने गाए. अपने बच्चों को पालने के लिए वे हर तरह के गाने गाने को तैयार थीं. ऐसे में वैंप और कैबरे की गीतों में गुंजाइश बनी तो वो वहीं काबिज हो गईं.
संगीत के इतिहास में सबसे ज्यादा गाना रिकॉर्ड करने वाली गायिका के तौर पर उनका नाम 2011 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है.
Source - Aaj Tak