24 Dec 2018

सलमान अली बने इंडियन आइडल-10 के विजेता, रो पड़े गरीब मां-बाप...पढ़ें सफलता की कहानी


इंडियन आइडल 10 का खिताब सलमान अली ने अपने नाम कर लिया है। सलमान को सबसे ज्यादा वोट मिले। उनसे पीछे चार कंटेस्टेंट थे। फाइनल में फिल्म जीरो की स्टार कास्ट भी पहुंची थी। सलमान ने कटरीना कैफ, शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा के सामने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। इंडियन आइडल तक सलमान का सफर काफी मुश्किलों भरा रहा। छोटी सी जगह से आने वाले सलमान ने हरियाणा का नाम एक बार फिर पूरे देश में रोशन कर दिया। आइए जानते हैं सुरों के बादशाह सलमान के बारे में...

सलमान अली हरियाणा के नूंह के पुन्हाना के रहने वाले हैं। मेवात भर में सलमान अली को मलंग नाम से जाना जाता है। उनके जीतने की खबर मिलते ही जिले में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। सलमान को जैसे विनर घोषित किया गया टीवी पर कार्यक्रम देख रहे उसके परिजन और आसपास के लोग खुशी से उछल पड़े। परिजनों को उसी समय दोस्तों और रिश्तेदारों को फोन आने लगे और बधाइयों का तांता लग गया।

सलमान खान गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उनका परिवार मिरासी समाज से हैं, जो गाने-बजाने का काम करता है। ऐसे सलमान में गायकी की प्रतिभा बचपन से ही थी। छोटी सी उम्र में ही सलमान जागरणों में गाने लगे थे। 2010-11 में जी टीवी के मशहूर प्रोग्राम लिटिल चैंपियन में रनअप रहकर उन्होंने जिले का नाम रोशन किया। 

चार पीढ़ियां से शादियों में गाना बजाना कर अपना पेट पालने वाले सलमान के परिजनों ने कभी नहीं सोचा था कि उनका बेटा एक दिन उनका ही नहीं पूरे प्रदेश का नाम रोशन करेगा। पिता कासिम अली ने कहा कि उनको बेटे की काबलियत पर गर्व है। पांच बहन-भाइयों में सबसे छोटे सलमान की कामयाबी के लिए वे उसके इंडियन आइडल के लिए जाने से पहले ही दुआ कर रहे थे, जो कबूल हुई है।

उन्होंने कहा कि पहले तो घर टीवी भी नहीं था। ऐसे में उसके कार्यक्रम देखने के लिए पड़ोसियों के घर जाते थे। सलमान पाच वर्ष की उम्र से ही अपने पिता के साथ गाने लगा था। उसकी आवाज में जादू है और परिजनों को लगता था कि वह एक दिन कामयाबी की बुलंदी को छू सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए पिता कासिम अली ने उसे संगीत की तालीम देनी शुरू की। दिल्ली के गायक उस्ताद इकबाल हुसैन के पास उसे गायकी के हुनर की बारीकिया सीखने को भेजा।

Source - Amar Ujala


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