मार्च का महीना बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री के लिए काला अध्याय साबित हुआ है. जितना नुकसान किसी फिल्म के फ्लाप या शो बंद होने से नहीं होता उससे ज्यादा बुरी हालत कोरोना के चलते देखने को मिली है. कोरोनो वायरस से लोग तो संक्रमित हुए ही है, एंटरटेंमेट इंडस्ट्री को भी ग्रहण लग गया है. ग्रहण भी ऐसा जिससे उबरने के लिए अब काफी समय लगने वाला है.
मार्च के महीने में बड़ी फिल्में रिलीज होनी थी. इससे में सबसे बड़ा उदाहण तो रोहित शेट्टी की फिल्म सूर्यवंशी थी जिसके प्रमोशन भी जोरों पर चल रहे थे और रिलीज की तैयारी भी पूरी कर ली गई थी. लेकिन एक वायरस ने ऐसा झटका दिया कि रोहित शेट्टी को भी अपनी फिल्म को पोस्टपोन करना पड़ गया. इरफान खान की अंग्रेजी मीडियम तो रिलीज भी हो गई थी. लोग थिएटर में फिल्म देखने भी पहुंचे, लेकिन अगले ही दिन देश में थिएटर बंद कर दिए गए. ऐसे में नुकसान को देखते हुए फिल्म को फिर रिलीज करने की तैयारी है. टीवी शोज का भी कोरोना ने बुरा हाल कर दिया. पहली बार ज्यादातर शो की शूटिंग रोक दी गई जिसके चलते लोगों को रिपीट टेलीकास्ट देखने पड़े.
कोरोना के बीच ऐसे पहुंचा डिजिटल प्लेटफॉर्म को फायदा
लेकिन जब पूरी एंटरटेंमेट इंडस्ट्री इस दौर से गुजर रही है, उस वक्त भी एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां सिर्फ मुनाफा ही है, जहां व्यूअरशिप लगातार बढ़ रही है और लोग भी काफी एन्जॉय कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं डिजिटल प्लेटफॉर्म की जहां लोग ना सिर्फ बेहतरीन वेब सीरीज बल्कि नई फिल्मों का लुत्फ तक उठा रहे हैं. इस समय लोगों ने टीवी चैनल को छोड़ नेटफ्लिक्स, एमजॉन प्राइम, वूट, जी 5 जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का दामन थाम लिया है. ये सभी प्लेटफॉर्म लोगों को ना कोई रिपीट टेलीकास्ट दिखा रहे हैं और ना ही बोरिंग कंटेंट. डिजिटल प्लेटफॉर्म ओरिजनल स्टोरी दिखा दर्शकों का जबरदस्त अंदाज में मनोरंजन कर रहे हैं.
हाल में रिलीज हुई नेल्सन रिपोर्ट को देख साफ पता चलता है कि लोगों पर जबरदस्त कोरोना इफेक्ट हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक VOD प्लेटफॉर्म पर 96 प्रतिशत लोग देखे गए हैं. वर्तमान में लोग हफ्ते में 219 मिनट डिजिटल प्लेटफॉर्म पर स्पेंड कर रहे हैं. एक्सपर्ट की माने तो कोरोना के बीच डिजिटल प्लेटफॉर्म को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचा है और आने वाले समय और ज्यादा हो सकता है. वहीं जी 5 के सीईओ तरुण कत्याल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी प्रीमियम सब्सक्रिप्शन 100 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है.
अब ऐसा इसिलए नहीं हुआ क्योंकि लोगों का टीवी या फिल्मों से मोह भंग हो गया लेकिन इस समय क्योंकि लोग घर पर कैद हैं तो अपने टाइम को स्पेंड करने के लिए वो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आ रहे हैं. इसके अलावा ये भी देखा गया है कि एमजॉन और नेटफ्लिक्स इस समय कई ऐसी फिल्में दिखा रहा है जो वायरस से जुड़ी हुई हैं. ऐसे में लोगों में वो फिल्में देखने की होड़ मच गई है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण कंटेगन है. अब क्योंकि एमजॉन पर लाखों लोग उस फिल्म को देख रहे हैं, इसलिए प्लेटफॉर्म को भी जबरदस्त फायदा पहुंच रहा है.
बढ़ जाएंगे सब्सक्रिप्शन रेट?
वैसे तो डिजिटल ट्रेंड देश में नया नहीं है लेकिन कोरोना वायरस के चलते लोगों में इन प्लेटफॉर्म को लेकर अलग ही तरीके का क्रेज देखने को मिल रहा है. लेकिन अभी जो डिजिटल प्लेटफॉर्म सस्ते प्लान देकर लोगों से सब्सक्रिप्शऩ करवा रहे हैं, वो आने वाले समय में इनके रेट भी बढ़ा सकते हैं और ऐसा जब होगा तब हैरानी नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये तो मार्केटिंग का दस्तूर है, जब डिमांड बढ़ेगी तो रेट बढ़ने तो लाजिमी हो ही जाएंगे.
source- AajTak