तीन महीने पहले इंस्टाग्राम से जुड़ने वाले रतन टाटा (Ratan Tata) ने इंस्टाग्राम (Instagram) पर अपनी एक पुरानी फोटो शेयर की है. 82 वर्षीय रतन टाटा ने लॉस एंजिल्स में अपने दिनों को याद करते हुए #ThrowbackThursday के साथ अपनी एक पुरानी तस्वीर इंस्टाग्राम पर साझा की है. कैप्शन में उन्होंने समझाया कि दरअसल, #ThrowbackThursday या #TBT एक लोकप्रिय इंटरनेट ट्रेंड है और लोग इस हैशटैग का उपयोग करते हुए अपनी पुरानी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा करते आ रहे हैं.
कहां की है तस्वीर
रतन टाटा ने पोस्ट में बताया कि इस तस्वीर को लॉस एंजिल्स में क्लिक किया गया था. दरअसल, 1962 के अंत में भारत वापस आने से पहले रतन टाटा ने लॉस एंजिल्स में कुछ समय काम किया था. इस तस्वीर को साझा किए जाने के एक घंटे के भीतर ही उनकी तस्वीर को हजारों लोगों ने पसंद किया. यानी इसे एक लाख से अधिक बार 'पसंद' किया जा चुका है. एक यूजर ने इस पर कमेंट किया, 'धन्यवाद सर, आप भारत लौट आए.' वहीं एक दूसरे यूजर ने कहा, 'हमेशा के लिए, सर !'
मिल रहे मजेदार कमेंट
एक अन्य इंस्टाग्राम यूजर ने लिखा, 'आप ग्रीक भगवान की तरह दिखते हैं.' रतन टाटा ने पिछले साल 30 अक्टूबर को इंस्टाग्राम जॉइन किया था. तब उन्होंने खुद ट्वीट करके कहा था कि उनके फैन और फॉलोअर्स उन्हें इंस्टाग्राम पर भी फॉलो कर सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा था, 'मैं आप सभी को इंस्टाग्राम पर जॉइन करने के लिए काफी उत्साहित हूं. सार्वजनिक जीवन से लंबे समय तक दूर रहने के बाद मैं एक बिल्कुल अलग कम्युनिटी के साथ अपनी बात का आदान-प्रदान करने और कुछ खास करने की आशा करता हूं.'
चार बार होते-होते रह गई शादी
एक अखबार से बातचीत करते हुए रतन टाटा ने कहा था, 'एक बार तो मेरी शादी बिल्कुल होते-होते रह गई. जब मैं अमेरिका में था, उन्हीं दिनों मेरी दादी ने मुझे अचानक फोन करके भारत आने को कहा. उसी दौरान भारत का चीन से युद्ध शुरू हो गया. इस तरह मैं वहीं अटक गया. बाद में उस लड़की की शादी हो गई. इतना ही नहीं ये भी पता चला कि उनके पति की मौत हो गई.'
रतन टाटा ने इसके साथ ही बताया कि कुछ साल पहले वह बॉम्बे हाउस ऑफिस में बैठे थे. तभी एक शख्स ने उन्हें पर्ची दी और कहा कि ये पेरिस की एक महिला ने दी है. उन्होंने कहा, 'ये पर्ची उसी लड़की की थी. उनका अपना एक परिवार है, बच्चे भी हैं. दुनिया कितनी छोटी है. एक समय था तब हमारा कोई कॉनटैक्ट नहीं था पर आज हम दोस्त के तौर पर मिल लिया करते हैं.'
कुत्ते से प्यार
रतन टाटा कुत्ता पालने के भी शौकीन हैं. लिहाजा वह कुत्तों के लिए हॉस्पिटल बनवा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मेरे घर पर दो जर्मन शेफर्ड हैं. हम नवी मुंबई में कुत्तों के लिए अस्पताल बनवा रहे हैं. कोलाबा के यूएस क्लब में 20 से ज्यादा कुत्तों को मैं खुद खिलाता था. ये सिलसिला तब तक चलता रहा, जब एक दिन मुझे पता चला कि उन्हें जहर देकर मार दिया गया है. उसके बाद से आज तक मैंने उस क्लब में कदम तक नहीं रखा है.'
कमाई का 65 फीसदी हिस्सा दान करते हैं
28 दिसंबर 1937 को भारत के सबसे बड़े और ईमानदार उद्योगपतियों में से एक रतन टाटा का जन्म हुआ था. आपको बता दें रतन टाटा के पास बेशुमार दौलत है, लेकिन इसके बावजूद वो दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में नहीं आते. दरअसल रतन टाटा अपनी कमाई का 65 फीसदी हिस्सा दान कर देते हैं. उनकी कंपनी का जो भी प्रॉफिट होता है वो उसे समाज कल्याण के लिए दान कर देते हैं. ये पैसा उनके निजी फाइनेंशियल स्टेटमेंट में दर्ज नहीं होता है. इसीलिए रतन टाटा की निजी संपत्ति 100 करोड़ से ऊपर नहीं जाती है.
मजदूरों के साथ काम किया
रतन टाटा ने जब अपनी कंपनी से करियर की शुरुआत की तो वो चाहते तो अच्छी पोस्ट पर आ सकते थे, लेकिन फिर भी उन्होंने फैक्ट्री मजदूरों के साथ काम शुरू किया. कहते हैं कि वो इसके जरिए जानना चाहते थे कि आखिर मजदूरों की जिंदगी क्या है और उनके परिवार को इस बिजनेस को खड़ा करने में कितनी मेहनत लगी.
Source - News 18