हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले एक्टर राजेश खन्ना की आज पुण्यतिथि है. अपने अभिनय से करोड़ों को दीवाना बना देने वाले राजेश खन्ना जब सिने स्क्रीन्स से दूर हो गए तो उन्हें इस बात का बहुत अफसोस था कि उनका स्टारडम अब उनके पास नहीं रहा. राजेश को ये बात बहुत पसंद थी कि उनकी पूछ हो और उन्हें स्टार्स की तरह ट्रीट किया जाए. उन्हें इसीलिए इस बात का डर भी रहता था कि कहीं उनका स्टारडम चला नहीं जाए. ऐसे कई किस्से हुए जब राजेश से ज्यादा तवज्जो किसी और एक्टर को दी गई, और इस बात से राजेश बुरी तरह चिढ़ जाते थे.
इधर राजेश खन्ना की फिल्में फ्लॉप होनी शुरू हुईं और उधर अमिताभ बच्चन की फिल्में सुपरहिट होती जा रही थीं. राजेश को इस बात से सख्त जलन होने लगी थी.
70 के दशक में राजेश ने कई ऐसी फ़िल्में कीं जो अच्छी नहीं चलीं. राजेश खन्ना के बर्ताव के चलते राइटर्स और खुन्नस खा गए और वे अमिताभ के लिए फिल्में लिखने लगे.
फिल्मी दुनिया की पत्रिकाओं में राजेश का स्टारडम जाने जैसी बातें लिखी जाने लगीं. राजेश को इस बात से बेहद चिढ़ थी. एक बार उन्होंने ऐसे मुश्किल वक्त में विवादास्पद बयान भी दे दिया- मेरी फिल्में फ्लॉप हुई हैं, मैं नहीं.
हवा बदल सकती है लेकिन फैंस नहीं. एक पंखा कंपनी के लिए राजेश खन्ना द्वारा किया गया ये विज्ञापन भी इस बात का सुबूत था कि वे अपने फैन्स से कितना प्यार करते थे. जिंदगी के आखिरी दिनों में राजेश खन्ना ने ये विज्ञापन किया था.
इसी विज्ञापन में उनका ये डायलॉग बहुत फेमस हुआ था कि बाबू मोशाय मेरे फैंस मुझसे कोई नहीं छीन सकता.
Source - Aaj Tak