17 Nov 2018

46 की उम्र में पीयूष मिश्रा को मिला ब्रेक, ऐसे बदल गई किस्मत


दिल्ली के इंडिया गेट स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में आयोजित साहित्य आजतक के एक अहम सत्र में गीतकार, अभिनेता पीयूष मिश्रा ने शिरकत की. उन्होंने जहां अपने बारे में कई दिलचस्प बातें जाहिर कीं, वहीं अपने चर्चित गीतों से समां भी बांधा.

पीयूष मिश्रा ने बताया, 'मैंने बचपन में ही श्रीमद् भागवत गीता पढ़ ली थी. इसकी एक चीज का मुझ पर गहरा असर पड़ा. वो है, एक बार किया गया कर्म कभी खाली नहीं जाता.' पीयूष ने बताया, "मुझे भरोसा नहीं था कि 40 की उम्र में वहां जाकर (मुंबई) मैं इतना सब कर लूंगा. 46 की उम्र में काम मिला."

पीयूष ने कहा- फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर के बाद मुझे लगातार काम मिला. मैंने नहीं सोचा था कि मुझे इतनी लोकप्रियता मिलेगी. मैं यह सोचकर आया था कि परिवार का पेट पल जाएगा, लेकिन जिंदगी में बहुत कुछ मिला.

एक सवाल के जवाब में पीयूष मिश्रा ने कहा, "यार पंगा है मेरे साथ. मेरे साथ क्या था? मुझे अब लगने लगा है कि अगर डिसऑर्डर न हो तो आदमी कुछ क्रिएट नहीं कर पाता है. मेरे अंदर एक पागलपन था. जिसकी वजह से लोग मुझे बहुत प्यार करते थे. अब वो अच्छी जुबान शांत हो गई. मुझे लगता है अब मेरे लिए लोगों की पसंद घट गई है. डगमगाए रहो तो लोग प्यार करते हैं."

"अब मुझे लगता है की आजकल मैं खामोश हूं. आजकल मुझे सब अच्छा लगता है. सब अच्छे लग रहे हैं. आजकल नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी दोनों अच्छे लगते हैं. मुझे कोई टेंशन नहीं है इस बात की. मुझे सब अच्छे लगते हैं, मैंने सबको स्वीकार कर लिया है. कोई विवादित बयान नहीं देता आजकल... तो अब क्रिएट नहीं हो रहा. कोई नई चीज लिख नहीं पा रहा.

मिश्रा ने कहा- मुझे लगता है कि कुछ खास किस्म की मैडनेस आदमी में होनी चाहिए. शांत होकर गौतम बुद्ध बन जाओ. लेकिन मेरा मानना है कि गौतम बुद्ध बनकर कुछ क्रिएट नहीं किया जा सकता है. इसलिए मैं अब कुछ क्रिएट नहीं कर पा रहा हूं."

एक सवाल के जवाब में पीयूष ने कहा, "मेरे मैनेजर हैं राहुल गांधी उनका नाम है. वाकई वाकई. कोई पूछता है कि कौन आपका काम देख रहा है तो मैं बाकायदा बोलता हूं कि राहुल गांधी."

"पता नहीं क्यों छोड़ दी मैंने प्यार किया"

पीयूष मिश्रा ने बताया कि उन्हें सलमान खान और भाग्यश्री स्टारर सुपरहिट फिल्म मैंने प्यार किया ऑफर हुई थी, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दी थी. पीयूष ने बताया- मुझे नहीं पता कि मैंने ये फिल्म क्यों नहीं की. फिल्म के डायरेक्टर सूरज बड़जात्या ने मुझे मिलने बुलाया था, लेकिन मैं नहीं गया. फिल्म की लीड एक्ट्रेस फाइनल हो चुकी थी, एक्टर फाइनल होना था. बड़जात्या मुझे लॉन्च करना चाहते थे, उस समय मैं खूबसूरत दिखता था, लेकिन मुझे नहीं पता कि मैं फिल्म में काम क्यों नहीं किया. मैं बेवकूफ नहीं जो फिल्म छोड़ देता, लोग कहते हैं कि मैंने थिएटर के कारण छोड़ दी, ऐसा नहीं है.

पीयूष ने कहा- मुझे इस बात का अफसोस नहीं है. नहीं की तो नहीं की. मैंने कभी नहीं सोचा कि यदि फिल्म मैंने की होती तो क्या होगा. कैसा करियर होता. बता दें कि पीयूष को वही भूमिका ऑफर की गई थी, जो सलमान खान ने निभाई. फिल्म काफी पॉपुलर हुई थी. ये सलमान खान की बतौर लीड एक्टर पहली फिल्म थी.

Source - AajTak 

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