सिने जगत के सदाबहार एक्टर जितेंद्र का आज जन्मदिन है. उनका जन्म 7 अप्रैल 1942 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. जितेंद्र का असली नाम रवि कपूर है लेकिन फिल्मों में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर जितेंद्र रख लिया था. जितेंद्र की अनूठी डांस शैली को देखकर उन्हें जंपिंग जैक के नाम से पुकारा जाने लगा. जितेंद्र ने वी शांताराम की फिल्म नवरंग से अपने करियर की शुरूआत की थी. यह फिल्म 1959 में रिलीज हुई थी.
ऐसी शुरू हुआ फिल्मी करियर
Also Read - HOW TO FLUSH KIDNEY STONES NATURALLY WITH JUST FOUR INGREDIENTSजितेंद्र को फिल्में देखने को बहुत शौक था. जितेंद्र के पिता आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाने के काम करते थे. उनके पिता ने उस ज़माने के मशहूर निर्माता वी शांताराम के यहां ज्वैलरी भेजते थे. इस दौरान जितेंद्र ने अपने पिता से कहा कि वे शांताराम से उनके लिए बात करें. पिता ने जब शांताराम से जितेंद्र की सिफारिश की तो उन्होंने कहा अभी तो कोई रोल नहीं है. एक दिन अचानक उन्होंने जितेंद्र के पिता को कहा कि अपने बेटे को भेजो.
जब पिता ने जितेंद्र को यह बात बताई तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. शांताराम ने बताया था कि एक प्रिंस को रोल करना है. जब जितेंद्र सेट पर पहुंचे तो देखा कि वहां पर तो पहले से ही कई लोग प्रिंस के गेट अप में बैठे हैं. तब उन्हें समझ आई कि उन्हें फिल्म में छोटा से रोल के लिए बुलाया गया है. इसी तरह जितेंद्र ने पांच साल तक छोटे मोटे किरदार निभाते रहे. उन्होंने पहले नवरंग फिल्म में काम किया लेकिन उन्हें पहचान ''गीत गाया पत्थरों ने'' से मिली. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
हेमा मालिनी से होने वाली थी शादी
उस दौर में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की जोड़ी ने कई हिट फिल्में दीं. जितेंद्र हेमा से शादी करना चाहते थे और अपनी मां को हेमा की मां से बात करने के लिए कहा. लेकिन हेमा ने शादी की फैसला हेमा पर ही छोड़ दिया था. बताया जाता है कि मद्रास में दोनों परिवारों ने मुलाकात भी की. जितेंद्र मंगनी के तुरंत बाद शादी करना चाहते थे. उन्हें डर था कि कहीं मंगनी के बाद हेमा मालिनी का मन ना बदल जाए. हेमा मालिनी भी तैयार हो गई थी लेकिन ये शादी ने मुकाम तक नहीं पहुंच पाई. इसके पीछे कई वजह बताई जाती है.
Source - Aaj Tak