22 Sept 2019

जूस बेचने से सुरों का जादूगर बनने तक का सफर, जानिए गुलशन कुमार की कहानी

गुलशन कुमार ने संगीत की दुनिया में बेहद कम समय में जितना नाम कमाया उतना शायद ही किसी को नसीब हो. आज उनकी विरासत को उनके बच्चे आगे बढ़ा रहे हैं. मगर गुलशन कुमार के लिए ये मुकाम हासिल कर पाना इतना भी आसान नहीं था. गुलशन कुमार की पुण्यतिथि पर बता रहे हैं उनके संघर्ष और बुलंदी तक पहुंचने की दास्तां.

गुलशन का जन्म 5 मई, 1951 को हुआ था. उनका पूरा नाम गुलशन कुमार दुआ था. गुलशन कुमार शुरुआती समय में अपने पिता के साथ दिल्ली की दरियागंज मार्केट में जूस की दुकान चलाते थे. इसके बाद ये काम छोड़ उन्होंने दिल्ली में ही कैसेट्स की दुकान खोली जहां वो सस्ते में गानों की कैसेट्स बेचते थे. इसके बाद उन्होंने अपना खुद का सुपर कैसट इंडस्ट्री नाम से ऑडियो कैसट्स ऑपरेशन खोला. उन्होंने नोएडा में खुद की म्यूजिक प्रोडेक्शन कंपनी खोली और बाद में मुंबई शिफ्ट हो गए.

गुलशन कुमार ने टी सीरीज के कैसेट के जरिये संगीत को घर-घर पहुंचाने का काम किया. उनके निधन के बाद इसका कार्यभार उनके बेटे भूषण कुमार और बेटी तुलसी कुमार ने अपने कंधों पर लिया. टी-सीरीज आज भी सबसे प्रसिद्ध म्यूजिक प्रोडेक्शन कंपनी है.

जमीन से जुड़े हुए गुलशन कुमार ने अपनी उदारता भी खुलकर दिखाई. उन्होंने अपने धन का एक हिस्सा समाज सेवा के लिए दान किया. उन्होंने वैष्णो देवी में एक भंडारे की स्थापना की जो आज भी तीर्थयात्रियों के लिए भोजन उपलब्ध कराता है. गुलशन कुमार 1992-93 में सबसे ज्यादा टैक्स देने वालों में से थे. ऐसा माना जाता है कि गुलशन ने मुंबई के अंडरवर्ल्ड की जबरन वसूली की मांग के आगे झुकने से मना कर दिया था, जिसके कारण उनकी हत्या कर दी गई.

जब वे एक संगीतकार के रूप में बुलंदियों पर थे उसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई. 12 अगस्त, 1997 को मुंबई में एक मंदिर के बाहर गोली मारकर गुलशन की हत्या कर दी गयी थी. गुलशन कुमार के जीवन पर आधारित एक फिल्म भी बनने की चर्चा काफी समय से चल रही है. पहले गुलशन के रोल के लिए एक्टर अक्षय कुमार को कास्ट किए जाने की खबरें थीं मगर शायद अब वो फिल्म का हिस्सा नहीं है. फिल्म में काम करने के लिए आमिर खान के नाम की भी चर्चा हो चुकी है मगर अभी फिल्म की कास्ट को लेकर कोई बड़ा खुलासा सामने नहीं आया है.

Source - Aaj Tak 

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